पार्षद उमेश आर्य ने मरीज के परिजनों को निःशुल्क (Free) उपलब्ध करवाया रेमडेशिविर इंजेक्शन- Kotputli News

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मरीज के परिजनों ने पार्षद आर्य का जताया आभार,कहा ऐसे लोगों की वजह से ही अभी तक जिंदा है मानवता

Jagran plus news, kotputli (धर्मवीर कुमावत)।कोरोना (Corona) वैश्विक महामारी वायरस की दूसरी लहर का संक्रमण क्षेत्र में दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसके कारण क्षेत्र में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा भी लगातार दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।जिसके चलते कोरोना पॉजिटीव (Corona positive) मरीजों के लिए रेमडेशिविर (Remdesivir) इंजेक्शन की मांग भी दिन प्रतिदिन बढ़ रही हैं।एक कम्पनी में कार्यरत राजेन्द्र पुत्र बाबूलाल यादव ने पार्षद उमेश आर्य को फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि मेरे पड़ोसी पाथरेड़ी निवासी कृष्ण कुमार पुत्र शेरसिंह यादव ढाणी रामचंद्र वाली जो कि पावटा कस्बे के एक निजी अस्पताल में भर्ती था, जहां डॉक्टरों ने उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने के चलते उसे रैफर कर बावल में एक निजी अस्पताल में दाखिल करवा दिया। यादव ने बताया कि सोशल मीडिया ( Social media) पर मोबाइल नम्बर सहित उमेश आर्य द्वारा अस्पताल में उपचाराधिन मरीजों को निःशुल्क (Free) रेमडेशिविर इंजेक्शन उपलब्ध करवाये जाने की पोस्ट डाली गई थी। जिसकी सूचना मैंने मेरे पड़ोसी को दी। ऐसे में मरीज का बड़ा भाई दलीप कुमार यादव उमेश आर्य को फोन करके अपनी आप बीती बताते हुए कहा कि मेरा छोटा भाई कृष्ण यादव बावल के एक निजी अस्पताल में भर्ती है, जिसके इलाज के लिए डॉक्टरों ने रेमडिशिविर (Remdesivir) इंजेक्शन बताया है। जो हमें कहीं मिल नहीं पा रहा है। बाजार में इंजेक्शन के लिए मोटी रकम मांगी जा रही हैं।ऐसे में सामाजिक कार्यकर्ता उमेश आर्य ने बताया कि मेरे पडौसी नवीन आर्य पुत्र रामावतार आर्य की माताजी के लिए अर्जेन्ट में 6 रेमडिशिविर इंजेक्शन (Remdesivir) बाजार से खरीदे गए थे। फिलहाल 6 में से 4 इंजेक्शन इस्तेमाल किये जा चुके हैं और अभी 2 इंजेक्शन बिल्कुल सुरक्षित बचे हुए हैं। जो आर्य ने पाथरेड़ी निवासी मरीज के बड़े भाई दलीप कुमार यादव को निःशुल्क (Free) उपलब्ध करवाये। जिस पर मरीज के बड़े भाई ने रेमडिशिविर इंजेक्शन को नि:शुल्क (Free) पाकर खुशी जाहिर की। वहीं आर्य का आभार प्रकट करते हुए यादव ने कहा कि जहाँ एक तरफ इस वैश्विक महामारी के दौर में इस इंजेक्शन की कालाबाजारी मची हुई है, वहीं दूसरी ओर पार्षद उमेश आर्य जैसे समाजसेवी हैं जो निःस्वार्थ भाव से मानव सेवा में लगे हुए हैं। ऐसे लोगों की वजह से ही मानवता अभी तक जिंदा है।

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