गुर्जर आरक्षण: जयपुर जिले की 5 तहसीलों में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी, सुरक्षा बलों की 19 कंपनी भेजी

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गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 1 नवंबर को बयाना के पीलूपुरा में समाज के लोगों को एकत्रित होने के आहवान को देखते हुए जयपुर जिला प्रशासन भी चाक—चौबंद हो गया है।
जागरण प्लस (जयपुर)। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 1 नवंबर को बयाना के पीलूपुरा में समाज के लोगों को एकत्रित होने के आहवान को देखते हुए जयपुर जिला प्रशासन भी चाक—चौबंद हो गया है। जिले की पांच तहसीलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। वहीं पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने गुर्जर आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। कानून व्यवस्था के लिए सुरक्षा बलों की 19 कंपनी भरतपुर, करौली, दौसा, सवाईमाधोपुर सहित जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में भेजी है।

पांच तहसीलों में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेगी
जिले की पांच तहसीलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। संभागीय आयुक्त ने शुक्रवार शाम इसका आदेश जारी किया। आदेश के तहत शुक्रवार शाम 6:00 बजे से शनिवार शाम 6:00 बजे तक 24 घंटे के लिए कोटपूतली, पावटा, शाहपुरा, विराटनगर और जमवारागढ़ में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी। इन पांचों तहसीलों में कानून व्यवस्था बाधित होने की आशंका को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद करने के लिए जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा ने संभागीय आयुक्त को पत्र लिखा था।

केन्द्र से 10 कंपनी और मांगी
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि केन्द्र से सुरक्षा बलों की 10 कंपनी और मांगी है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में पहले से 5 आरएसी कंपनी और 2 कम्पनी रेपिड एक्शन फोर्स की तैनात है। जबकि बॉर्डर होमगार्ड की सात, आरएसी की आठ, रेपिड एक्शन फोर्स की चार कम्पनी और रवाना की है। 6 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 4 उप अधीक्षक और निरीक्षक स्तर के अधिकारी भेजे हैं। केन्द्र से सीआरपीएफ की आठ और रेपिड एक्शन फोर्स की 2 कम्पनी जल्द क्षेत्र में पहुंच जाएगी।

गुर्जर आंदोलन को देखते हुए कानून व्यवस्था के लिए पूरी तैयारी है। मुख्यालय से आला अधिकारी क्षेत्र में लगातार संपर्क में हैं। गुर्जर नेताओं की सरकार स्तर पर वार्ता चल रही है।