जयपुर ACB की बड़ी कार्रवाई, दो RAS अधिकारियों को 5-5 लाख रुपये की रिश्वत लेते किया ट्रैप

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एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) जयपुर ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। जिसमें एक साथ दो एसडीएम को 5-5 लाख की रिश्वत लेते ट्रैप किया। इसमें बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा और दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल हैं।

दौसा/बांदीकुई। एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) जयपुर ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। जिसमें एक साथ दो एसडीएम को 5-5 लाख की रिश्वत लेते ट्रैप किया। इसमें बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा और दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल हैं। फिलहाल मौके पर कार्रवाई जारी है। दोनों के पास मौजूद दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही पूछताछ की जा रही है।

जानकारी अनुसार, एक कार्रवाई दौसा एसडीएम के सिविल लाइंस स्थित घर पर की गई। वहीं, दूसरी कार्रवाई बांदीकुई में एसडीएम ऑफिस पर की गई। जहां से बांदीकुई की एसडीएम पिंकी मीणा को गिरफ्तार कर दौसा एसडीएम के आवास पर लाया गया है। यहां दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही है। साथ ही यहां दोनों के कार्यालय के रिकॉर्ड भी मंगाए गए हैं। दोनों की जांच की जा रही है।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे निर्माण में ठेकेदार से मांगी थी रिश्वत
भारतमाला परियोजना के दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाईवे निर्माण में ठेकेदार से दोनों एसडीएम ने रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत एसीबी तक पहुंच गई। एसीबी द्वारा आरोपियों के घर की भी तलाशी ली जा रही है। साथ ही मामले से जुड़े अन्य लोगों की भी जांच जारी है।

एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में ये कार्रवाई की गई। एएसपी नरोत्तम वर्मा और सीआई नीरज भारद्वाज द्वारा इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। एसीबी फिलहाल बंद कमरे में दोनों आरोपी अधिकारियों से पूछताछ कर रही है।

दौसा स्थित एसडीएम कार्यालय से गायब हुए कर्मचारी
एसडीएम के रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तारी के बाद कलेक्ट्रेट स्थित एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी गायब हो गए। कार्यालय सुना पड़ा हुआ है। वहां इक्का-दुक्का कर्मचारी फाइलों को समेटने में लगे हुए हैं।

एक हफ्ते पहले ही फिर से काम पर आए थे दौसा एसडीएम
नगर परिषद का चुनाव संपन्न होने के बाद एसडीएम पुष्कर मित्तल कोरोना पॉजिटिव निकले थे। इसके बाद उन्हें होम क्वॉरैंटाइन में भेज दिया था। अभी कार्यालय ज्वॉइन किए हुए एसडीएम को 1 सप्ताह भी नहीं हुआ है। इससे पहले एसडीएम के खिलाफ विभिन्न संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन भी दिया था। कलेक्टर को ज्ञापन देकर उस में शिकायत की थी कि एसडीएम ने रिश्वतखोरी का खुला खेल चालू कर रखा है।