रेटिंग बढ़ाने के लिए दिए पैसे, धोखाधड़ी का मामला दर्ज

172

फर्जी टीआरपी घोटाला, पैसे देकर लोगों के घरों में चैनल चलवाते थे।

जागरण प्लस (मुम्बई)। फर्जी टीआरपी के मामले का मुंबई पुलिस ने किया खुलासा। मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने बताया कि तीन ऐसे चैनल है जिन्होंने पैसे देकर लोगों के घरों में चैनल चलवाए। जिसमें रिपब्लिक टीवी सहित फख्त मराठी और बॉक्स सिनेमा भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि इन्होंने पैसे देकर फर्जी टीआरपी बढ़वाई। इस मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है और आठ लाख रुपए जपत किए हैं। रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए मानहानि का केस दायर करने की धमकी दी है। तीनो चैनलों पर ब्रीच ऑफ ट्रस्ट और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है।
मामले की छानबीन जारी है।

बार्क ने कि थी शिकायत
टीवी चैनल की टीआरपी को मापने के लिए बार्क संस्था ने देश में 30 हज़ार पीपल्स मीटर लगाए है। केवल मुंबई में 10 हज़ार मीटर लगाए गए और ये काम इन्होंने हंसा संस्था को दिया। जांच में पाया गया कि इस संस्था के पूर्व कर्मचारी चैनलों के साथ डेटा शेयर कर रहे थे।