हवाई जहाज़ में जन्म लेने वाले बच्चे का जन्मस्थान क्या होगा? जानिए कौनसा देश देगा नागरिकता?👉🏼

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जागरण प्लस के सभी पाठकों को हमारा नमस्कार। जैसा कि आप जानते ही होंगे कि अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा के नियम में 7 माह से अधिक गर्भवती महिला को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाती लेकिन यह भी जानते हैं कि देश-विदेश में कई बार इस प्रकार की घटनाएं हुई हैं। बादलों के बीच उड़ती फ्लाइट के अंदर अनेक बार सफलतापूर्वक प्रसव हुआ है।

अब हमारे सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब बच्चे का जन्म फ्लाइट में होता है तो उसे किस देश की नागरिकता दी जाएगी? जिस देश से उसने उड़ान भरी थी या फिर जिस देश में उसकी फ्लाइट लैंड करने वाली है?

आप चाहे कितना भी सोच ले, लेकिन फिर भी शायद इसका जवाब आपको नहीं मिलेगा। क्योंकि दुनिया की ज्यादातर देशों में इस तरह जन्म लेने वाले शिशु के लिए नागरिकता का कोई नियम ही नहीं है। संयुक्त राज्य अमेरिका में इसके लिए कानून बना है। जिसके बताया गया है कि कोई भी शिशु जो अमेरिका की जमीन, आसमान या अमेरिका के अधिकार क्षेत्र वाले समुद्र में जन्म लेता है, अमेरिका का नागरिक माना जाता है। अमेरिका में फ्लाइट में जन्म लेने वाले बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनाया जाता है जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा होता है कि बच्चे का जन्म हवाई जहाज में हुआ है और ये हमारे क्षेत्र में पैदा हुआ है इस लिए इसे यहां की नागरिकता प्रदान की जा रहीं हैं।

सामान्यता नवजात शिशु के पिता जिस देश के निवासी होते हैं, वह अपने देश वापस लौट जाते हैं और वहां की किसी अस्पताल से उसका जन्म प्रमाण पत्र बनवा लेते हैं। इस तरह अधिकतर देशों में फ्लाइट में जन्म लेने वाले बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र और नागरिकता की समस्या को हल कर लिया जाता है। लेकिन फिर भी एक ऐसी समस्या है जिसे आज तक कोई हल नहीं कर पाया। वह है कि हवाई जहाज में जन्म लेने वाले बच्चे की जन्म कुंडली कैसे बनाएंगे? आप भी इस इस बारे में सोचिए और आपके पास कोई सुझाव हो तो कॉमेंट बॉक्स में लिखें।